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बाज़ीचा-ऐ-अत्फाल है दुनिया मेरे आगे......


बाज़ीचा-ऐ-अत्फाल है दुनिया मेरे आगे
होता है शब्-ओ-रोज़ तमाशा मेरे आगे

[ बाज़ीचा = खेल/play, अत्फाल = बच्चे/children ]

इक खेल है औरंग-ऐ-सुलेमान मेरे नज़दीक
इक बात है एजाज़-ऐ-मसीहा मेरे आगे

[ औरंग = सिंहासन/throne, एजाज़ = चमत्कार/miracle ]

जुज़ नाम नहीं सूरत-ऐ-आलम मुझे मंज़ूर
जुज़ वहम नहीं हस्ती-ऐ-आशियाँ मेरे आगे

[ जुज़ = अलावा/other than, आलम = दुनियां/वर्ल्ड ]
[हस्ती = मौजूद/उपस्तिथ/existence, आशियाँ = वस्तू/घर/things/home ]

होता है निहां गर्द में सेहरा मेरे होते
घिसता है जबीं ख़ाक पे दरिया मेरे आगे

[ निहां = छुपा हुआ/hidden, गर्द = मिटटी/dust, सेहरा = रेगिस्तान/desert ]
[ जबीं = माथा/forehead ]

मत पूछ के क्या हाल है मेरा तेरे पीछे?
तू देख के क्या रंग तेरा मेरे आगे

सच कहते हो, खुद्बीं-ओ-खुद-आरा न क्यों हूँ?
बैठा है बुत-ऐ-आइना-सीमा मेरे आगे

[ खुद्बीं = गर्व,घमंड/proud,arrogant; खुद-आरा = आत्मसम्मान/self adorer ]
[बुत = प्यारा/beloved; आइना-सीमा = शीशे के सामने/like the face of a mirror ]

फिर देखिये अंदाज़-ऐ-गुल-अफ्शानी-ऐ-गुफ्तार
रख दे कोइ पैमाना-ओ-सहबा मेरे आगे

[ गुल-अफ्शानी = फूल नष्ट करना/to scatter flowers, सहबा = शराब/wine, red wine ]
[ गुफ्तार = उपदेश/प्रवचन/speech/discourse ]


नफरत का गुमान गुज़ारे है, मैं रश्क से गुज़रा
क्यों कर कहूं, लो नाम न उसका मेरे आगे

[ गुमान = संदेह/doubt, रश्क = ईर्षा/envy ]

इमां मुझे रोके है जो खींचे है मुझे कुफ्र
का-अबा मेरे पीछे है कलीसा मेरे आगे

[ कुफ्र = नास्तिकता/impiety, कलीसा = चर्च/कैथेड्रल, का-अबा = अल्लाह का घर ]

आशिक हूँ, पे माशूक-फरेबी है मेरा काम
मजनूँ को बुरा कहती है लैला मेरे आगे

[ फरेबी = धोकेबाज़/a fraud/cheat ]

खुश होते हैं पर वस्ल में यों मर नहीं जाते
आयी शब्-ऐ-हिजरां की तमन्ना मेरे आगे

[ हिज्र = जुदाई/separation ]

है मौज-ज़न इक कुल्ज़ुम-ऐ-खून, काश, यही हो
आता है अभी देखिये क्या-क्या मेरे आगे

[ मौज-ज़न = उत्तेजक/exciting, कुल्ज़ुम = समुद्र/sea, खून = blood ]

गो हाथ को जुम्बिश नहीं आँहों में तो दम है
रहने दो अभी साग़र-ओ-मीना मेरे आगे

[ जुम्बिश = कम्पन्न/movement/vibration, साग़र-ओ-मीना = जाम/कटोरा/goblet ]

हम-पेशा-ओ-हम-मशरब-ओ-हम-राज़ है मेरा
'ग़ालिब' को बुरा क्यों कहो अच्छा मेरे आगे !

[ हम-पेशा = of the same profession, हम-मशरब = of the same habits ]

--मिर्ज़ा 'ग़ालिब'

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